51 पैसे और महंगा हुआ तो देसी माप से पेट्रोल देंगे सेल्समैन, पंपों की मशीनें होंगी बंद

श्रीगंगानगर। पेट्रोल के बढ़ते दाम से उपभोक्ता केन्द्र और राज्य सरकारों को कोस रहे हैं। अब पेट्रोल पंप संचालकों ने भी सरकारों को कोसना शुरू कर दिया है। जिला मुख्यालय पर सोमवार को पेट्रोल 99 रुपए 49 पैसे प्रति लीटर बिकने लगा। लेकिन अब पंप संचालकों के समक्ष अब 100 रुपए प्रति लीटर पेट्रोल का आंकड़ा चिंता का सबब बन गया है।यदि ऐसा हुआ तो इलाके के पंपों पर उपभोक्ताओं को पेट्रोल पंपों पर मशीनों के बजाय कार्मिक देसी माप से पेट्रोल बेचते नजर आएंगे। इन मशीनों में डबल डिजिट का डाटा ही काम करता है, पेट्रोल 99.49 रुपए प्रति लीटर है। यदि 51 पैसे और बढ़ा तो श्रीगंगानगर में पेट्रोल 100 रुपए प्रति लीटर हो जाएगा। जिसकी गणना ये मशीनें नहीं करेंगी। पंप संचालकों को मजबूरन उपभोक्ताओं को केरोसिन की तरह देसी माप से मापकर पेट्रोल बेचना पड़ेगा। इससे पंप कार्मिकों और उपभोक्ताओं में विवाद की आशंका रहेगी।नई मशीन खरीदने और स्थापित होने तक बंद होंगे पंप प्रत्येक पंप की मशीन में रुपए की गणना के लिए डबल डिजिट फीड है। जिले में पेट्रोल अब 99 रुपए 49 पैसे हो गया है। यदि 51 पैसे और बढ़ोतरी होती है तो भाव 100 रुपए लीटर हो जाएगा। मशीनें रुपए की गणना नहीं बताएगी। ऐसे में पंप संचालकों को नई मशीन खरीदनी होगी। नई मशीन आने तक संचालकों को पंप बंद करने की यह तो कभी सोचा नहीं था यह सही है कि पंप मशीनों में रुपए की गणना डबल डिजिट में फीड है। एक सौ रुपए प्रति लीटर पेट्रोल का आंकड़ा होने पर ये मशीनें गणना नहीं करेंगी। इससे देसी माप से पेट्रोल बेचना होगा। इस समस्या के संबंध में ऑयल कंपनी के सैल्स ऑफिसरों को अवगत करवाएंगे। - राकेश सोनी, जिला रसद अधिकारी, श्रीगंगानगर आ सकती है। - रवीन्द्र भाटिया, पंप संचालकयह तो कभी सोचा नहीं था यह सही है कि पंप मशीनों में रुपए की गणना डबल डिजिट में फीड है। एक सौ रुपए प्रति लीटर पेट्रोल का आंकड़ा होने पर ये मशीनें गणना नहीं करेंगी। इससे देसी माप से पेट्रोल बेचना होगा। इस समस्या के संबंध में ऑयल कंपनी के सैल्स ऑफिसरों को अवगत करवाएंगे। - राकेश सोनी, जिला रसद अधिकारी, श्रीगंगानगर

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